Raipur। कल क़रीब एक बजे बीजेपी विधायक दल की बैठक कुशाभाउ ठाकरे परिसर में होनी है। खबरें हैं कि इस बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष पद के लिए चल रही क़यासबाजी पर रोक लग जाएगी। इस बैठक में बीजेपी संगठन प्रभारी डी पुरंदेश्वरी भी मौजूद रहेंगी। संकेत हैं कि इस बैठक में आलाकमान के द्वारा तय नाम बता दिया जाएगा जिस पर औपचारिक मुहर लगा दी जाएगी। एक दावा यह भी है कि, नेता प्रतिपक्ष पद कोई बदलाव नहीं होगा, क्योंकि बमुश्किल केवल तीन सत्र सदन में होने हैं। ऐसे में कोई भी बदलाव कोई उल्लेखनीय या रेखांकित करने वाला हो पाएगा ऐसा लगता नहीं है। लेकिन इस दावे के स्वर बदलाव के शोर के आगे बेहद धीमे हैं।
बदलाव की आहट युवा मोर्चा समेत संगठन में भी
बदलाव के आहट की कंपन केवल नेता प्रतिपक्ष पद के लिए नहीं है, यह संगठन और अनुषांगिक संगठनों पर भी है। 24 अगस्त को बेरोज़गारी पर प्रदेशव्यापी प्रदर्शन है। बीजेपी के भीतरखाने यह खबरें हैं कि, इस प्रदर्शन के ठीक पहले या कि इसके बाद युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष बदल सकते हैं।यही हलचल किसान मोर्चा को लेकर भी है।इन अनुषांगिक संगठनों के साथ ही बीजेपी के प्रदेश सांगठनिक ढाँचे में भी व्यापक परिवर्तन की पुरज़ोर खबरें हैं। एक खबर यह भी है कि, बीजेपी के सत्ता वाले पंद्रह वर्षों में सत्ता के प्रत्यक्ष या कि अप्रत्यक्ष लाभार्थी इस संगठन पुनर्निर्माण के दौरान सलाहकार समिति के महत्वपूर्ण दायित्व को सम्हालते दिख सकते हैं। प्रदेश स्तर पर बमुश्किल तीन नाम ऐसे हो सकते हैं जिन्हें सलाह देने के बजाय सीधे रणनीति तय करने में शामिल रखा जाए।
बल्ब और बटन ही नहीं,पूरी वायरिंग भी बदल सकती है
इन सबके बावजूद कि बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व सारे बल्ब और सभी बटन बदलने की मानसिकता में है, लगता यह भी है कि, कहीं पूरी वायरिंग ही ना बदल दी जाए।यदि ऐसा हुआ तो किसी को अचरज नहीं होना चाहिए।
राजनीति में असंभव चमत्कार जैसे शब्द कोई जगह नहीं रखते
राजनीति अपने आप में अविश्वसनीय शै है,कब कहाँ क्या हो जाए इसे लेकर कोई पूर्वानुमान सही नहीं होता है। राजनीति में असंभव चमत्कार जैसे शब्दों की कोई बिसात नहीं होती।इसलिए बदलाव की तमाम चर्चाएँ सही भी हो सकती हैं और यह भी हो सकता है कि व्यापक बदलाव के पहले फिर कोई अवसर मिल जाए।
राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दाैरे को लेकर विमर्श भी कल
बीजेपी प्रदेश कार्यालय में विधायक दल की बैठक के बाद जिसमें कि, नेता प्रतिपक्ष पद को लेकर निर्णय औपचारिक रूप से सार्वजनिक होना है, उसके बाद फिर बैठक है, जिसमें प्रदेश के सांसद भी शामिल होंगे और संगठन से जूडे पदाधिकारी भी। इस बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दाैरे को लेकर विमर्श होगा। कयास है कि, प्रदेश संगठन प्रभारी डी पुरंदेश्वरी कल ही दोनाें शीर्षस्थ नेताओं के आगमन का संभावित तारीख बता सकती हैं।